आज के डिजिटल युग में जब हर वेबसाइट, ऐप और ऑनलाइन सेवा ईमेल सब्सक्रिप्शन का विकल्प देती है, तब इनसे तंग आकर लोग अकसर “Unsubscribe” बटन पर क्लिक करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक छोटी-सी क्लिक आपको हैकर्स का टारगेट बना सकती है?
कैसे बन सकता है ‘Unsubscribe’ लिंक खतरे का जरिया?
कई बार साइबर अपराधी असली कंपनियों की तरह दिखने वाले फर्जी ईमेल भेजते हैं, जिनमें “Unsubscribe” या “यह ईमेल न प्राप्त करें” जैसे विकल्प होते हैं। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं:
- आपकी लोकेशन, डिवाइस और IP एड्रेस हैकर्स के पास पहुंच जाता है।
- आपके क्लिक से पुष्टि हो जाती है कि यह ईमेल ID एक्टिव है, जिससे और अधिक स्पैम या फिशिंग ईमेल आने लगते हैं।
- लिंक पर क्लिक करने से मैलबॉक्स पर मैलवेयर या वायरस डाउनलोड हो सकते हैं।
- कुछ मामलों में फॉर्म भरने या लॉगिन करने का झांसा देकर आपकी व्यक्तिगत जानकारी, पासवर्ड या बैंकिंग डिटेल्स चुरा ली जाती हैं।
ईमेल हैकिंग के अन्य सामान्य तरीके
फिशिंग ईमेल्स: नकली बैंक, ई-कॉमर्स या ऑफिस मेल्स के ज़रिए आपके लॉगिन क्रेडेंशियल्स चुराना।
स्पूफिंग: भेजने वाले के पते को असली दिखाकर आपको भ्रमित करना।
मैलबॉक्स एक्सप्लॉइट्स: पुराने या असुरक्षित ईमेल क्लाइंट्स के ज़रिए अकाउंट एक्सेस करना।
अटैचमेंट्स में मालवेयर: PDF, Word या Zip फाइल के माध्यम से वायरस भेजना।
सॉफ्टवेयर बग्स: पुराने या बिना अपडेट किए गए ऐप्स और ब्राउज़रों का फायदा उठाना।
कैसे बचें इस साइबर जाल से?
- अनजान ईमेल्स में “Unsubscribe” लिंक पर क्लिक न करें — यदि ईमेल विश्वसनीय स्रोत से न हो, तो उसे सीधे डिलीट करें या “Spam” मार्क करें।
- ईमेल प्रीव्यू ऑन न रखें — कई मेल क्लाइंट्स में प्रीव्यू मोड से ही ट्रैकिंग कोड एक्टिव हो जाते हैं।
- फुल एंटीवायरस और स्पैम फिल्टर उपयोग करें — प्रोफेशनल ईमेल सेवाओं (जैसे Gmail, Outlook) में एंटी-स्पैम फीचर्स होते हैं, उन्हें एक्टिव रखें।
- ईमेल का डोमेन ध्यान से देखें — फर्जी मेल अक्सर असामान्य डोमेन नामों (.xyz, .top आदि) से आते हैं।
- 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का प्रयोग करें — इससे अकाउंट सुरक्षा और मजबूत हो जाती है।
- ईमेल पासवर्ड समय-समय पर बदलें और कभी भी एक ही पासवर्ड को कई जगह न इस्तेमाल करें।
क्या करें यदि गलती से क्लिक कर दिया?
- तुरंत उस लिंक को बंद करें और ब्राउज़र का कैश क्लियर करें।
- एंटीवायरस स्कैन करें और डिवाइस को मालवेयर के लिए चेक करें।
- यदि किसी लॉगिन पेज पर जानकारी दी है, तो संबंधित अकाउंट का पासवर्ड तुरंत बदलें।
- किसी असामान्य गतिविधि की जानकारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) या cybercrime.gov.in पर दें।
अनसब्सक्राइब करने से पहले ईमेल लिंक जरूर देखें
ईमेल में “Unsubscribe” बटन एक आम और उपयोगी सुविधा है, लेकिन जब यह फर्जी ईमेल का हिस्सा हो, तो यह एक साइबर जाल बन सकता है। इसलिए किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सतर्क रहें और यह जांच लें कि मेल किस स्रोत से आया है। आपकी एक जागरूकता की क्लिक ही आपको बड़ी हानि से बचा सकती है।