राजस्थान पटवारी भर्ती में 6.78 लाख का महायुद्ध! 2,000 ने क्यों छोड़ा मैदान?

राजस्थान में पटवारी बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए साल 2025 की पटवारी भर्ती परीक्षा एक ऐतिहासिक अवसर बनकर सामने आई है। इस बार प्रदेशभर से रिकॉर्ड संख्या में युवाओं ने आवेदन कर यह साबित कर दिया है कि सरकारी नौकरी के प्रति उनका उत्साह

EDITED BY: Kamlesh Sharma

UPDATED: Monday, July 14, 2025

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राजस्थान में पटवारी बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए साल 2025 की पटवारी भर्ती परीक्षा एक ऐतिहासिक अवसर बनकर सामने आई है। इस बार प्रदेशभर से रिकॉर्ड संख्या में युवाओं ने आवेदन कर यह साबित कर दिया है कि सरकारी नौकरी के प्रति उनका उत्साह और तैयारी किस स्तर पर है।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित इस परीक्षा के लिए अब तक 6,78,639 अभ्यर्थी आवेदन कर चुके हैं, जो अब तक का एक नया रिकॉर्ड है।


रीओपन आवेदन से बढ़ी संख्या, कई ने लिए आवेदन वापस


इस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ में ही पूरी हो चुकी थी और उस समय लगभग 6.43 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। लेकिन जब बोर्ड ने एक बार फिर से आवेदन पोर्टल रीओपन किया तो उसमें लगभग 35,000 नए आवेदनों की बढ़ोतरी हो गई।

इसके साथ ही बोर्ड ने अभ्यर्थियों को आवेदन वापसी का विकल्प भी उपलब्ध कराया था, ताकि वे अभ्यर्थी जो परीक्षा नहीं देना चाहते या किसी कारणवश अयोग्य हैं, वे अपनी प्रविष्टि स्वेच्छा से हटा सकें। इस सुविधा का लाभ उठाते हुए अब तक 2,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने अपने आवेदन वापस ले लिए हैं।


17 अगस्त को होगी परीक्षा, तैयारियों में जुटा बोर्ड


राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने परीक्षा की तारीख 17 अगस्त 2025 निर्धारित की है। बोर्ड के अनुसार, इस बार परीक्षा की तैयारियां पूरी तरह सुरक्षित, पारदर्शी और अनुशासित रूप से की जा रही हैं।

पेपर लीक जैसी किसी भी संभावना को रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। परीक्षा केंद्रों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम होंगे और प्रत्येक अभ्यर्थी की पहचान सत्यापित करने के लिए सख्त प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

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3,705 पदों के लिए भारी प्रतिस्पर्धा, 183 उम्मीदवार प्रति पद


इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 3,705 पटवारी पद भरे जाएंगे। जब इसे कुल आवेदनों की संख्या से तुलना की जाती है तो साफ होता है कि हर एक पद के लिए औसतन 183 अभ्यर्थी मैदान में हैं। यह आंकड़ा अपने आप में प्रतियोगिता की तीव्रता को दर्शाता है।

इतना अधिक अनुपात न केवल परीक्षा को कठिन बनाता है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि कितनी तैयारी और रणनीति के साथ अभ्यर्थियों को परीक्षा में उतरना होगा।


ग्रामीण युवाओं में दिखा विशेष उत्साह


राज्य के ग्रामीण इलाकों से परीक्षा में भाग लेने वाले युवाओं की संख्या में इस बार उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। पटवारी पद की भूमिका राजस्व कार्यों से जुड़ी होती है, इसलिए ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्र इसे अपने क्षेत्र से जुड़ी सेवा का अवसर मानते हैं।

कई कोचिंग संस्थाओं और तैयारी केंद्रों में इन अभ्यर्थियों की बढ़ती संख्या को लेकर अलग-अलग बैच भी बनाए गए हैं, जिससे इस परीक्षा को लेकर व्यापक जागरूकता और प्रतिस्पर्धा स्पष्ट दिखाई देती है।


बोर्ड ने जारी की विशेष गाइडलाइंस


परीक्षा से पहले बोर्ड ने अभ्यर्थियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इसमें परीक्षा केंद्र पर समय से पहुंचना, प्रवेश पत्र की हार्ड कॉपी साथ लाना, और मोबाइल, स्मार्टवॉच जैसी इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं केंद्र पर न लाना शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, COVID जैसी स्वास्थ्य आपदाओं से सुरक्षा के लिए भी जरूरी प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं।


ईमानदार भर्ती प्रक्रिया को लेकर सख्त रूख


इस बार राज्य सरकार और कर्मचारी चयन बोर्ड की कोशिश है कि परीक्षा पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हो। पूर्व वर्षों में सामने आए प्रश्नपत्र लीक या गड़बड़ी जैसे मामलों के चलते इस बार अतिरिक्त निगरानी और जांच व्यवस्था की जा रही है। परीक्षा केंद्रों पर CCTV, बायोमेट्रिक जांच, और उड़नदस्तों की तैनाती जैसे प्रावधान किए गए हैं।


युवाओं के लिए एक निर्णायक अवसर


राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा 2025 न केवल एक बड़ी परीक्षा है, बल्कि यह राज्य के युवाओं के लिए एक निर्णायक अवसर भी है। लाखों उम्मीदवारों की भागीदारी यह बताती है कि सरकारी नौकरियों को लेकर अब भी लोगों में अपार विश्वास और आकर्षण बना हुआ है।

साथ ही, 2,000 से अधिक अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन वापस लेना यह भी दर्शाता है कि पारदर्शिता और स्वैच्छिक सहभागिता की दिशा में बोर्ड की पहल सफल रही है। अब देखना होगा कि 17 अगस्त को यह परीक्षा कितनी कुशलता और निष्पक्षता से आयोजित होती है और कौन इन हज़ारों में से चयनित होकर अपनी मंज़िल तक पहुंचता है।