योगा डे पर वायरल हुआ नुसरत भरुचा का वीडियो: क्या ये ‘एंटाइटल्ड’ बिहेवियर है या ट्रोलिंग की हद?

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेत्री नुसरत भरुचा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। वायरल क्लिप में नुसरत एक महिला वॉलंटियर से अपने सैंडल उतारने में मदद मांगती नजर आती हैं। बस, इतना ही… और

EDITED BY: Kamlesh Sharma

UPDATED: Monday, June 23, 2025

योगा डे पर वायरल हुआ नुसरत भरुचा का वीडियो

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेत्री नुसरत भरुचा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। वायरल क्लिप में नुसरत एक महिला वॉलंटियर से अपने सैंडल उतारने में मदद मांगती नजर आती हैं।

बस, इतना ही… और इंटरनेट पर आलोचना की लहर दौड़ पड़ी। यूज़र्स ने इसे ‘एंटाइटल्ड बिहेवियर’ कहकर न केवल ट्रोल किया बल्कि सेलेब्रिटी कल्चर पर सवाल भी उठाए।

वीडियो में क्या है?

वायरल हो चुके कुछ सेकंड के इस वीडियो में नुसरत भरुचा कैमरे की ओर बढ़ते हुए एक महिला वॉलंटियर से कहती हैं, “Can you please help me with this?” और इशारा करती हैं अपनी सैंडल की ओर वॉलंटियर झुककर उनकी सैंडल उतारने में मदद करती है।

‘सेलेब्रिटी अहंकार’ या सामान्य व्यवहार?

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस वीडियो को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ यूज़र्स ने इसे “सेलेब्रिटी अहंकार” की संज्ञा दी। एक यूज़र ने लिखा, “क्या अब सेलेब्रिटी अपने जूते भी खुद नहीं उतार सकते?” वहीं एक और टिप्पणी में कहा गया, “बिना वजह VIP ट्रीटमेंट चाहिए!” हालांकि, आलोचना के बीच समर्थन की आवाज़ें भी सुनाई दीं।

कई लोगों ने कहा कि इसमें कुछ भी अपमानजनक नहीं था, और कार्यक्रम में मौजूद वॉलंटियर लोगों की सहायता के लिए ही वहां थे — चाहे वो आम मेहमान हों या VIP गेस्ट्स। एक यूज़र ने लिखा, “वो मदद मांग रही थीं, हुक्म नहीं चला रहीं। इसमें गलत क्या है?”

कौन हैं नुसरत भरुचा ?

नुसरत भरुचा बॉलीवुड की जानी-पहचानी अभिनेत्री हैं। उन्हें ‘प्यार का पंचनामा’, ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’, ‘ड्रीम गर्ल’ और ‘छलांग’ जैसी फिल्मों में उनके बिंदास और सहज अभिनय के लिए सराहा गया है।

हाल ही में वह तब चर्चा में आई थीं जब इजरायल में राजनीतिक अशांति के बीच वे वहां फंस गई थीं। भारत लौटने के बाद उन्होंने कहा था कि वह अनुभव उनकी जिंदगी का सबसे डरावना लम्हा था।

आयोजकों की ओर से चुप्पी

इस वायरल वीडियो और उससे उपजे विवाद पर Yoga Day कार्यक्रम के आयोजकों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, यह जानकारी सामने आई है कि कार्यक्रम में कई वॉलंटियरों को आमंत्रित किया गया था, जिनकी जिम्मेदारी मेहमानों की सहायता करना था। ऐसे में नुसरत द्वारा मदद लेना असामान्य नहीं कहा जा सकता।

विशेषज्ञों की राय: ट्रोलिंग की हदें?

मीडिया विशेषज्ञों और समाजशास्त्रियों की मानें तो यह मामला मौजूदा ट्रोलिंग कल्चर की एक मिसाल है। वरिष्ठ मीडिया विश्लेषक डॉ. अंशुमान त्रिवेदी का कहना है, “सोशल मीडिया पर हर चीज़ को तुरंत जज किया जाता है।

नुसरत भरुचा ने न तो किसी पर हुक्म चलाया, न ही अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। एक सामान्य विनम्र निवेदन को इतना बढ़ा देना ट्रोलिंग की अति का उदाहरण है।”

सवाल यह है : कैमरे के सामने हर हरकत पर फैसला क्यों?

यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि आज सोशल मीडिया एक नई ‘जन अदालत’ बन चुका है। यहां हर तस्वीर, हर वीडियो, हर हावभाव पर जजमेंट पास किया जाता है बिना उसके संदर्भ को पूरी तरह समझे। कई बार यह ट्रोलिंग बेवजह चरम पर पहुंच जाती है और एक छोटी सी बात को नैतिक बहस में बदल देती है।

जरूरत है संतुलजन की

नुसरत भरुचा का वायरल वीडियो कोई बड़ा ‘स्कैंडल’ नहीं था, लेकिन इंटरनेट की संवेदनशीलता और तात्कालिक प्रतिक्रिया ने इसे विवाद का विषय बना दिया। ऐसे में जरूरी है कि हम सेलेब्रिटीज़ को इंसान की तरह देखने की कोशिश करें, न कि हर बार उनकी हर हरकत को विशेष चश्मे से जाँचें।

ट्रोलिंग और आलोचना के बीच एक बारीक रेखा होती है जिसे पार करना समाज के लिए भी हानिकारक हो सकता है। तो क्या वाकई नुसरत ने कुछ गलत किया? या इंटरनेट फिर से जल्दबाज़ी में जज बन गया? इस सवाल का जवाब शायद हमारे सोचने और समझने के तरीके में ही छिपा है।