देश की सेवा का सपना देखने वाले युवाओं के लिए NDA यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी में जाना एक बड़ा लक्ष्य होता है। यह न सिर्फ एक नौकरी का मौका है, बल्कि एक प्रतिष्ठा और सम्मान से भरी ज़िंदगी की शुरुआत भी है।
हर साल लाखों छात्र NDA परीक्षा की तैयारी करते हैं ताकि वे भारतीय सेना, नौसेना या वायुसेना में अफसर बन सकें। लेकिन कई स्टूडेंट्स को अब भी यह स्पष्ट जानकारी नहीं होती कि NDA पास करने के बाद उनकी ज़िंदगी कैसी होगी, वे क्या बन सकते हैं और उन्हें कितनी सैलरी मिलेगी।
NDA परीक्षा की योग्यता: हर स्ट्रीम के छात्रों के लिए मौका
NDA परीक्षा के जरिए तीनों सेनाओं – आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में अधिकारी बनने का अवसर मिलता है। यदि आप सेना में जाना चाहते हैं तो आप किसी भी स्ट्रीम (आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस) से 12वीं पास हो सकते हैं।
वहीं अगर आपका सपना वायुसेना या नौसेना में जाना है तो 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स होना अनिवार्य है। जो छात्र 12वीं की परीक्षा दे रहे हैं, वे भी NDA के लिए आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते रिजल्ट आने तक वे पास हो जाएं।
उम्र और वैवाहिक स्थिति की शर्तें भी अहम
NDA परीक्षा के लिए उम्र की सीमा 16.5 वर्ष से 19.5 वर्ष के बीच रखी गई है। NDA-1 परीक्षा के लिए आपका जन्म 2 जुलाई 2006 से 1 जुलाई 2009 के बीच और NDA-2 के लिए 2 जनवरी 2007 से 1 जुलाई 2010 के बीच होना चाहिए।
इस उम्र सीमा में किसी भी कैटेगरी को कोई छूट नहीं दी जाती। साथ ही उम्मीदवार अविवाहित होने चाहिए। ट्रेनिंग के दौरान शादी की अनुमति नहीं होती और यदि कोई शादी करता है तो उसे ट्रेनिंग से बाहर कर दिया जाता है।
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फिटनेस भी है जरूरी, सिर्फ पढ़ाई से काम नहीं चलेगा
NDA सिर्फ एक अकादमिक परीक्षा नहीं है, यह शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत युवाओं के लिए है। सेना में भर्ती के लिए न्यूनतम हाइट 157 सेमी और एयरफोर्स के लिए 162.5 सेमी निर्धारित है। वजन आपकी हाइट के अनुरूप होना चाहिए।
साथ ही आंखों की रोशनी, सुनने की क्षमता और स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक होना चाहिए। लड़के और लड़कियों दोनों के लिए मेडिकल स्टैंडर्ड एक जैसे होते हैं।
नागरिकता की शर्तें भी जान लें
NDA में आवेदन करने के लिए भारतीय नागरिक होना जरूरी है। इसके अलावा नेपाल या भूटान के नागरिक, या 1 जनवरी 1962 से पहले भारत में बसे तिब्बती शरणार्थी भी पात्र हैं। जो लोग पाकिस्तान, बर्मा, श्रीलंका या पूर्वी अफ्रीकी देशों से भारत में आकर बसे हैं, वे भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें भारत सरकार से एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट लेना होगा।
NDA पास करने के बाद बन सकते हैं सेना के अफसर
NDA की तीन साल की कठिन ट्रेनिंग पूरी करने के बाद कैडेट को IMA (Indian Military Academy) या अन्य संबंधित अकादमियों में एक साल की विशेष ट्रेनिंग मिलती है। इसके बाद उन्हें बतौर लेफ्टिनेंट नियुक्त किया जाता है।
यहां से शुरू होता है उनके सैन्य करियर का सफर जो उन्हें कैप्टन, मेजर, लेफ्टिनेंट कर्नल, कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जनरल और लेफ्टिनेंट जनरल तक ले जा सकता है। सबसे ऊंचा पद सेना प्रमुख (Chief of Army Staff) का होता है।
NDA से शुरू होती है कमाई, ट्रेनिंग के दौरान भी मिलते हैं पैसे
NDA में एडमिशन मिलते ही आपकी ट्रेनिंग शुरू हो जाती है और इसके साथ-साथ ₹56,100 प्रति माह स्टाइपेंड भी मिलना शुरू हो जाता है। यह तीन साल तक मिलता है। ट्रेनिंग खत्म होते ही जब आप अफसर बनते हैं तो शुरुआत भी ₹56,100 सैलरी से होती है। इसके बाद जैसे-जैसे आप प्रमोशन पाते हैं, आपकी सैलरी भी बढ़ती जाती है।
कैप्टन बनने पर सैलरी ₹61,300 से ₹1.93 लाख तक हो जाती है।
मेजर को ₹69,400 से ₹2.07 लाख तक मिलते हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल की सैलरी ₹1.21 लाख से ₹2.12 लाख तक होती है।
कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जनरल को ₹1.30 लाख से ₹2.18 लाख तक मिलते हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल को ₹2.24 लाख और सेना प्रमुख को लगभग ₹2.50 लाख प्रति माह तक सैलरी मिलती है।
सिर्फ सैलरी नहीं, अफसरों को मिलती हैं शानदार सुविधाएं
NDA के जरिए सेना में अफसर बनने पर सिर्फ अच्छी सैलरी ही नहीं, बल्कि कई प्रकार की सरकारी सुविधाएं भी मिलती हैं। इसमें महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA), ट्रांसपोर्ट अलाउंस और मिलिट्री सर्विस पे शामिल हैं।
इसके अलावा सरकारी मकान, मुफ्त इलाज, बच्चों की शिक्षा में सहायता, सस्ती दरों पर राशन, क्लब और कैंटीन की सुविधाएं, और सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन और ग्रेच्युटी जैसे लाभ भी मिलते हैं।
अनुशासित और सम्मान से भरा करियर
अगर आप 12वीं के बाद एक सम्मानजनक, अनुशासित और सम्मान से भरा करियर चाहते हैं, जिसमें देश की सेवा के साथ-साथ अच्छा वेतन और जीवनभर की सुरक्षा हो, तो NDA आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
यह केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो आपको एक जिम्मेदार नागरिक और प्रेरणास्पद लीडर बनाती है। NDA पास करना आसान नहीं, लेकिन एक बार सफर शुरू हो गया तो जिंदगी वाकई सेट हो सकती है।