करिश्मा कपूर भावुक हुईं: पूर्व पति की अंतिम विदाई में छलके दर्द और अकेलेपन के साल

हिंदी सिनेमा की चमकदार दुनिया में कुछ रिश्ते जितने आकर्षक दिखते हैं, उतने ही अंदर से टूटे हुए भी होते हैं। 90 के दशक की सुपरस्टार और कपूर खानदान की पहली महिला अभिनेत्री करिश्मा कपूर की निजी जिंदगी भी कुछ ऐसी ही रही। उनकी शादी, उससे जुड़े

EDITED BY: Kamlesh Sharma

UPDATED: Friday, June 27, 2025

karisma-kapoor-emotional-ex-husband-funeral-story


हिंदी सिनेमा की चमकदार दुनिया में कुछ रिश्ते जितने आकर्षक दिखते हैं, उतने ही अंदर से टूटे हुए भी होते हैं। 90 के दशक की सुपरस्टार और कपूर खानदान की पहली महिला अभिनेत्री करिश्मा कपूर की निजी जिंदगी भी कुछ ऐसी ही रही।

उनकी शादी, उससे जुड़े विवाद, घरेलू हिंसा के आरोप, तलाक की कड़वाहट और बच्चों के साथ अकेली मां की जिम्मेदारियां — यह सब एक आम महिला के संघर्ष की कहानी है, जिसे एक ग्लैमरस चेहरा जीता है।


जब बॉलीवुड की राजकुमारी ने बिज़नेस वर्ल्ड के राजकुमार से की शादी


करिश्मा कपूर ने 29 सितंबर 2003 को दिल्ली के बड़े उद्योगपति संजय कपूर से शादी की थी। यह शादी दो बड़े और प्रभावशाली परिवारों का मिलन मानी जा रही थी — एक तरफ बॉलीवुड के कपूर और दूसरी तरफ दिल्ली के कारोबारी जगत के कपूर।

शादी बड़ी धूमधाम से हुई और मीडिया में इसे “ड्रीम वेडिंग” कहा गया। शादी के बाद करिश्मा ने फिल्मों से दूरी बना ली और एक गृहिणी के रूप में अपने नए जीवन की शुरुआत की। लेकिन इस चमकती तस्वीर के पीछे जो कुछ चल रहा था, वह बेहद अंधेरा और पीड़ादायक था।


रिश्तों में बढ़ती दरारें और घरेलू हिंसा के आरोप


कुछ सालों बाद ही करिश्मा और संजय के बीच तनाव की खबरें मीडिया में आने लगीं। कहा गया कि संजय कपूर का व्यवहार करिश्मा के प्रति असंवेदनशील होता जा रहा था और उनके रिश्तों में कड़वाहट बढ़ने लगी थी।

करिश्मा ने अपने तलाक की याचिका में कई चौंकाने वाले आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। करिश्मा ने एक बार खुलासा किया था कि एक बार संजय की मां ने उनकी कीमत लगाने की कोशिश की थी, और जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें ज़लील किया गया।

उन्होंने यहां तक कहा कि एक बार संजय ने दोस्तों के सामने उन्हें नीलाम करने जैसा व्यवहार किया। यह सब सुनकर यकीन करना मुश्किल होता है कि एक सेलिब्रिटी, जो अपने आत्मसम्मान के लिए जानी जाती रही, इतना कुछ चुपचाप सहती रही।


तलाक की लंबी लड़ाई और बच्चों की कस्टडी की जंग


करिश्मा और संजय की शादी से दो बच्चे हुए — एक बेटा कियान राज कपूर और एक बेटी समायरा कपूर। जब रिश्तों में दूरी इतनी बढ़ गई कि साथ रहना मुमकिन नहीं रहा, तो करिश्मा ने 2014 में तलाक की प्रक्रिया शुरू की। तलाक की लड़ाई लंबी और बेहद विवादास्पद रही।

दोनों ने एक-दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगाए। करिश्मा ने कहा कि संजय ने अपने बच्चों की परवरिश में कभी दिलचस्पी नहीं ली। वहीं संजय ने करिश्मा पर यह आरोप लगाया कि वह बच्चों को उनसे दूर कर रही हैं।

अंततः 2016 में दोनों का तलाक हो गया। बच्चों की कस्टडी करिश्मा को मिली और उन्होंने मुंबई में अपने माता-पिता के साथ रहकर बच्चों की परवरिश शुरू की।


संजय कपूर की दूसरी शादी और मौत की खबर


तलाक के कुछ साल बाद संजय कपूर ने फिर से शादी की। उन्होंने प्रिया सचदेव नाम की एक एनआरआई बिजनेसवुमन से विवाह किया और अमेरिका में बस गए। लेकिन 2024 में अचानक खबर आई कि संजय कपूर की मृत्यु हो गई है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। इस खबर ने करिश्मा को भी झकझोर दिया, क्योंकि बच्चों के पिता की असामयिक मृत्यु उनके जीवन में एक नया मोड़ बन गई। अब वे पूरी तरह अकेली अभिभावक हैं और उनके ऊपर बच्चों की मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक परवरिश की पूरी जिम्मेदारी आ गई है।


अकेली मां के रूप में करिश्मा की नई भूमिका


करिश्मा कपूर आज अपनी एक्टिंग से ज्यादा अपने जीवन के मजबूत और संघर्षशील पहलुओं के लिए पहचानी जाती हैं। उन्होंने अपने करियर को पीछे रखकर अपने बच्चों को प्राथमिकता दी। वे सोशल मीडिया पर अक्सर अपने बच्चों के साथ तस्वीरें साझा करती हैं, जिनमें एक देखभाल करने वाली मां की छवि साफ झलकती है।

करिश्मा फिल्मों में फिर से दिखाई दीं, जैसे कि वेब सीरीज Mentalhood में, जहां उन्होंने एक अकेली मां की भूमिका निभाई — और शायद यही रोल उनके अपने जीवन से सबसे ज़्यादा मेल खाता है।


करिश्मा की कहानी कई महिलाओं की सच्चाई


करिश्मा कपूर की कहानी सिर्फ एक सेलिब्रिटी की ट्रैजिक लव स्टोरी नहीं है, बल्कि यह उन लाखों महिलाओं की सच्चाई है जो एक ‘सफल’ शादी के भ्रम में उलझकर खुद को खो देती हैं। लेकिन करिश्मा ने खुद को दोबारा खड़ा किया, अपने बच्चों के लिए लड़ीं और आज एक सशक्त महिला के रूप में सामने आई हैं।

उनका जीवन यह बताता है कि संघर्ष चाहे जितना भी बड़ा हो, अगर इरादा मजबूत हो तो इंसान खुद को फिर से बना सकता है। करिश्मा कपूर भले ही आज पर्दे पर कम दिखती हों, लेकिन अपने निजी जीवन में उन्होंने जो साहस दिखाया है, वह किसी भी रोल से बड़ा और प्रेरणादायक है।