राजस्थान की राजधानी जयपुर को जल्द ही जाम की समस्या से बड़ी राहत मिलने वाली है। भजनलाल शर्मा सरकार ने शहर के लिए 526 करोड़ रुपये की लागत से एक दर्जन से ज्यादा विकास परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है।
इन परियोजनाओं में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने से लेकर धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण तक शामिल हैं। जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित एक अहम बैठक में ये फैसले लिए गए, जिसके बाद अब राजधानी को नया और सुव्यवस्थित रूप देने की दिशा में कार्य प्रारंभ हो चुका है।
ट्रैफिक जाम से राहत देगा नया ओवरब्रिज
जयपुर जंक्शन पर अकसर ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है, खासकर राम मंदिर चौराहे से लेकर हसनपुरा तक का मार्ग अक्सर जाम रहता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए अब जयपुर जंक्शन के ऊपर तीन लेन का ओवरब्रिज बनाया जाएगा।
यह ब्रिज राम मंदिर से शुरू होकर जंक्शन के गेट नंबर 2 तक सीधे जुड़ जाएगा, जिससे स्टेशन के बाहर की भीड़भाड़ और जाम की स्थिति में भारी कमी आने की उम्मीद है। इस परियोजना के बाद स्टेशन आने-जाने वाले हजारों यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
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गोविंद देवजी मंदिर में होंगे भव्य विकास कार्य
जयपुर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए यहां 5.5 करोड़ रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण और सुविधाओं को बढ़ाने के कार्य किए जाएंगे। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके, इसके लिए रास्तों, लाइटिंग, बैठने की व्यवस्था और साफ-सफाई को उच्च स्तर पर ले जाने की योजना बनाई गई है।
सांगानेर, मुहाना और गोपालपुरा में भी होंगे बड़े निर्माण
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में भी विकास कार्यों की झड़ी लगने जा रही है। सांगानेर की अंदरूनी कॉलोनियों की सड़कों की मरम्मत के लिए 6.5 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। वहीं, मुहाना मंडी और इस्कॉन मंदिर रोड पर स्टील रेलिंग और इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई जाएंगी जिससे सौंदर्य और सुरक्षा दोनों में इजाफा होगा।
ओटीएस सर्किल से गोपालपुरा बाईपास तक जाने वाले मार्ग के ओवरब्रिज की चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी ताकि भारी ट्रैफिक का भार सुगमता से वहन किया जा सके। इसके लिए 40.17 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
JDA के ज़ोन स्तर पर होंगे व्यापक सुधार
जयपुर विकास प्राधिकरण के विभिन्न ज़ोन में भी सड़क निर्माण, विद्युतीकरण, और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर भारी निवेश किया जाएगा। JDA ज़ोन 11 में सेक्टर सड़कों और मिसिंग लिंक के निर्माण पर 182 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जो अब तक का सबसे बड़ा व्यय है।
वहीं ज़ोन 12 के नींदड़ और कबीर आश्रम क्षेत्र की सड़कों के निर्माण पर भी 8.21 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जोन 8 और 9 में निजी खातेदारी और सहकारी समिति की आवासीय योजनाओं में सड़कों के निर्माण के लिए क्रमशः 5.7 करोड़ और 12 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। ज़ोन 12 में भी सड़क निर्माण के लिए 109 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
नॉलेज सिटी और बिजली परियोजनाओं पर भी फोकस
JDA की नॉलेज सिटी में विद्युतीकरण कार्यों के लिए 11.12 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा बिजली की आईटी और एचडी लाइनों को स्थानांतरित करने पर 4.10 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह कार्य न केवल तकनीकी दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं बल्कि भविष्य में होने वाले विस्तृत विकास कार्यों का आधार भी बनेंगे।
पत्रकार रोड और वंदे मातरम रोड का भी होगा कायाकल्प
मुहाना स्थित पत्रकार रोड जंक्शन से वंदे मातरम रोड और फिर गोपालपुरा बाईपास तक के मार्ग का पुनर्निर्माण भी इस परियोजना का हिस्सा है। इसके लिए 16.26 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे यात्रीगणों को स्मूद ट्रैवलिंग अनुभव मिलेगा।
संगठित रूप से जयपुर का होगा कायाकल्प
इन तमाम परियोजनाओं से साफ है कि राज्य सरकार जयपुर को एक आधुनिक, व्यवस्थित और यातायात-मुक्त शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है। धार्मिक पर्यटन, शहरी सुविधाएं, ट्रैफिक सुधार, और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे सभी पहलुओं को साथ लेकर जो समेकित विकास का खाका तैयार किया गया है
उससे आने वाले वर्षों में जयपुर न केवल राजस्थान बल्कि देशभर में एक आदर्श स्मार्ट सिटी के रूप में उभरेगा। राज्य सरकार के इस कदम से जहां स्थानीय नागरिकों को सीधा फायदा मिलेगा, वहीं पर्यटकों और व्यवसायियों के लिए भी जयपुर पहले से कहीं ज्यादा आकर्षक और सुविधाजनक बन जाएगा।
अब उम्मीद की जा रही है कि इन कार्यों की समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से क्रियान्विति हो ताकि विकास का सपना जल्द हकीकत बन सके।