अगर आप भी इंटरनेट पर कुछ भी गूगल कर लेने की आदत रखते हैं, तो अब सतर्क हो जाइए। सरकार ने आम जनता के लिए एक नई साइबर सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है, जो बताती है कि कुछ चीज़ें ऐसी हैं
जिन्हें गूगल पर सर्च करना आपकी निजी जानकारी, आर्थिक सुरक्षा और यहां तक कि कानूनी स्थिति को भी खतरे में डाल सकता है। यह एडवाइजरी अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, और इसे लेकर लोग अपने अनुभव और आश्चर्य दोनों साझा कर रहे हैं।
हर सर्च नहीं है सुरक्षित — सरकार की चेतावनी
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने मिलकर यह एडवाइजरी जारी की है। इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि आजकल साइबर ठगी करने वाले गूगल सर्च इंजन के टॉप रिजल्ट्स तक को अपने जाल में शामिल कर लेते हैं।
ऐसे में आम यूज़र्स जो गूगल पर किसी एप, कस्टमर केयर नंबर या किसी गिफ्ट स्कीम को सर्च करते हैं, वे बहुत आसानी से फर्जी वेबसाइट्स या वायरस से संक्रमित लिंक पर क्लिक कर बैठते हैं।
ये गूगल सर्च बन सकते हैं मुसीबत की वजह
सरकार ने कुछ खास किस्म के सर्च को “हाई रिस्क” की श्रेणी में रखा है। इनमें सबसे पहले नंबर पर हैं बैंकिंग और UPI ऐप्स के कस्टमर केयर नंबर। अक्सर लोग सहायता के लिए नंबर गूगल करते हैं, लेकिन कई बार टॉप पर दिखने वाले नंबर फर्जी होते हैं, जिनके जरिए लोग ठगी का शिकार बनते हैं।
इसके अलावा “फ्री गिफ्ट” या “फ्री Netflix” जैसी स्कीमों को सर्च करना भी जोखिम भरा है, क्योंकि ये वेबसाइट्स यूज़र की जानकारी चुराने के लिए डिज़ाइन की जाती हैं। MOD APK फाइल्स या क्रैक्ड सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने की कोशिशें भी आपकी डिवाइस में वायरस और ट्रोजन इंस्टॉल कर सकती हैं,
जो आपकी जानकारी को हैकर्स तक पहुंचा देते हैं। सबसे गंभीर चेतावनी अवैध कंटेंट जैसे ड्रग्स, हथियार या हैकिंग टूल्स को गूगल पर सर्च करने को लेकर है। ऐसा करना कानूनी कार्रवाई की वजह बन सकता है।
पर्सनल जानकारी और स्कैम का नया तरीका
पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि साइबर अपराधी फर्जी सरकारी साइट्स की हूबहू कॉपी बना लेते हैं, जैसे PAN कार्ड, आधार कार्ड, या वोटर आईडी से जुड़ी सेवाएं। जब यूज़र इन्हें गूगल पर सर्च करते हैं, तो नकली साइट्स पर जाकर अपनी पर्सनल जानकारी खुद ही दे बैठते हैं।
फिर इसी डाटा का उपयोग करके अपराधी बैंक फ्रॉड, पहचान की चोरी या ऑनलाइन ठगी को अंजाम देते हैं। इसी तरह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी “जल्दी पैसे कमाओ” वाली स्कीम्स भी एक बहुत बड़ा धोखाधड़ी का जाल बन चुकी हैं। “Earn ₹10,000 per day from crypto” जैसी स्कीमों में फंसने वाले कई लोग अपनी गाढ़ी कमाई गंवा चुके हैं।
COVID-19 और स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रामक जानकारी
COVID-19 जैसे संक्रामक रोगों के इलाज के लिए “घरेलू उपाय” या “घर बैठे इलाज” गूगल पर सर्च करने से भी सरकार ने मना किया है। गलत या अप्रमाणित जानकारी से इलाज में देरी या गंभीर परिणाम हो सकते हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी हर जानकारी केवल विश्वसनीय और सरकारी स्रोतों से ही लें।
डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए करें ये उपाय
सरकार ने इस एडवाइजरी में कुछ अहम सुझाव भी दिए हैं जिन्हें हर इंटरनेट यूज़र को अपनाना चाहिए। सबसे पहले, कोई भी सरकारी सेवा जैसे आधार, पैन या पासपोर्ट से जुड़ी जानकारी केवल आधिकारिक वेबसाइट (जैसे https://uidai.gov.in) से ही लें। कोई भी एप्लिकेशन केवल Google Play Store या Apple App Store से ही डाउनलोड करें।
किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट से ऐप डाउनलोड करने से वायरस का खतरा बढ़ जाता है। कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च करने की बजाय संबंधित बैंक या कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप का ही उपयोग करें। किसी वेबसाइट का लिंक खोलने से पहले यह जरूर देखें कि उसमें https लिखा है या नहीं। बिना SSL प्रमाणन वाली साइटें असुरक्षित हो सकती हैं।
सोशल मीडिया पर क्यों हो रहा है इतना वायरल?
सरकारी एडवाइजरी आते ही ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इस विषय पर मीम्स और कमेंट्स की बाढ़ आ गई। कई लोग हैरान हैं कि वे रोजमर्रा में जिन बातों को सामान्य मानते थे, वे असल में कितनी खतरनाक हो सकती हैं। कुछ यूज़र्स ने स्वीकार किया कि वे पहले बैंक हेल्पलाइन गूगल करते थे या “फ्री रिचार्ज” जैसी स्कीमों को सर्च कर चुके हैं। अब वे दूसरों को भी सचेत कर रहे हैं।
डिजिटल दुनिया में सतर्कता ही सुरक्षा है
गूगल हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन यह समझना जरूरी है कि हर जानकारी वहां से लेना सुरक्षित नहीं होता। एक गलत सर्च, एक गलत क्लिक आपके निजी जीवन की गोपनीयता को भंग कर सकता है
आर्थिक नुकसान पहुँचा सकता है या फिर आपको कानूनी मुसीबत में डाल सकता है। इसलिए अब वक्त है अपनी इंटरनेट आदतों को सुधारने का। जो बात सामने से दिखने में आसान लगती है, वह साइबर अपराधियों के लिए एक रास्ता बन सकती है।
तो क्या आप भी करते हैं ऐसी सर्च?
अब समय है सतर्क होने का। यह जानकारी अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें — क्योंकि सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।