सैलरी ₹30,000 हो या ₹1 लाख – क्रेडिट कार्ड लिमिट कितनी होनी चाहिए? जानिए सही फॉर्मूला

आज के डिजिटल युग में क्रेडिट कार्ड न केवल एक ट्रांजैक्शन टूल है, बल्कि फाइनेंशियल मैनेजमेंट का अहम हिस्सा बन चुका है। खरीदारी हो, यात्रा हो या ऑनलाइन सेवाएं—हर जगह क्रेडिट कार्ड की भूमिका बढ़ गई है। लेकिन जब बात आती है क्रेडिट कार्ड की लिमिट की,

EDITED BY: Kamlesh Sharma

UPDATED: Sunday, July 13, 2025

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आज के डिजिटल युग में क्रेडिट कार्ड न केवल एक ट्रांजैक्शन टूल है, बल्कि फाइनेंशियल मैनेजमेंट का अहम हिस्सा बन चुका है। खरीदारी हो, यात्रा हो या ऑनलाइन सेवाएं—हर जगह क्रेडिट कार्ड की भूमिका बढ़ गई है।

लेकिन जब बात आती है क्रेडिट कार्ड की लिमिट की, तो ज्यादातर लोग या तो ज्यादा लिमिट लेकर फंस जाते हैं या कम लिमिट लेकर जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर आपकी इनकम के हिसाब से आपके लिए कितनी क्रेडिट लिमिट सही है?


क्या होती है क्रेडिट कार्ड लिमिट और क्यों है यह अहम


क्रेडिट कार्ड लिमिट वह अधिकतम रकम होती है जिसे आप कार्ड के जरिए उधार में खर्च कर सकते हैं। बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान यह लिमिट आपकी मंथली इनकम, मौजूदा लोन, क्रेडिट स्कोर और रिफेरेन्स हिस्ट्री जैसे पैमानों पर तय करते हैं।

यह सीमा तय करने का मकसद ग्राहक की भुगतान क्षमता और वित्तीय अनुशासन का संतुलन बनाए रखना होता है। ज्यादा क्रेडिट लिमिट होने से सुविधाएं तो मिलती हैं, लेकिन यह आपके खर्चों को नियंत्रण से बाहर भी कर सकती है।

वहीं, बहुत कम लिमिट से आपको फाइनेंशियल आजादी नहीं मिलती। इसलिए सबसे जरूरी बात यह है कि आप अपने लिए सही लिमिट का चुनाव करें।


मंथली इनकम के अनुपात में तय करें सीमा


विशेषज्ञों की मानें तो क्रेडिट कार्ड की सही लिमिट आपकी मासिक आय की दो से तीन गुना होनी चाहिए। यानी अगर आपकी मंथली इनकम 60,000 रुपये है, तो आपके कार्ड की लिमिट 1.2 लाख रुपये से 1.8 लाख रुपये के बीच होना आदर्श रहेगा। यह लिमिट इतनी होनी चाहिए कि आपकी जरूरतें पूरी हो जाएं और साथ ही आप समय पर भुगतान करने में सक्षम रहें।

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मासिक खर्चों का आकलन भी जरूरी


केवल आय के आधार पर लिमिट तय करना पर्याप्त नहीं होता। आपकी नियमित मासिक जरूरतें भी लिमिट तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

घर का किराया, ग्रोसरी, बिल, स्कूल फीस, इंश्योरेंस प्रीमियम, ईएमआई और दूसरी दैनिक आवश्यकताएं यदि आपके खर्च का बड़ा हिस्सा हैं, तो आपको कार्ड की लिमिट इस तरह तय करनी चाहिए कि उसमें ये सभी खर्च आराम से कवर हो जाएं।


ईएमआई का बोझ तय करता है लिमिट का दायरा


अगर आपकी इनकम का 30% या उससे ज्यादा हिस्सा पहले से ही किसी लोन की EMI में जा रहा है, तो क्रेडिट कार्ड की अधिक लिमिट लेना आपकी वित्तीय सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

उदाहरण के लिए, यदि आपकी सैलरी 50,000 रुपये है और उसमें से 20,000 रुपये ईएमआई में जा रहे हैं, तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप सीमित क्रेडिट सीमा लें, ताकि ओवरस्पेंडिंग से बचा जा सके।


कम लिमिट से क्रेडिट स्कोर को हो सकता है नुकसान


कई लोग सुरक्षा की भावना से कम लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड लेना पसंद करते हैं, लेकिन यह हमेशा समझदारी नहीं होती। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आपको अपनी क्रेडिट लिमिट का केवल 30% तक ही उपयोग करना चाहिए, ताकि आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर बना रहे।

मान लीजिए, आपकी कार्ड लिमिट 50,000 रुपये है और आप हर महीने 25,000 रुपये खर्च कर रहे हैं, तो आप 50% उपयोग कर रहे हैं—जो आदर्श नहीं माना जाता। इससे आपका क्रेडिट स्कोर नीचे जा सकता है। इसलिए जरूरत के हिसाब से पर्याप्त सीमा होना जरूरी है।


बैंक किस आधार पर तय करते हैं क्रेडिट लिमिट


बैंक क्रेडिट लिमिट तय करते समय कई महत्वपूर्ण फैक्टर्स पर गौर करते हैं—जैसे कि आपका इनकम प्रूफ, इनकम का स्रोत (सैलरी या बिजनेस), क्रेडिट स्कोर, वर्तमान लोन और उनके रीपेमेंट ट्रैक रिकॉर्ड। इसके अलावा आपकी खर्च करने की आदतें और कार्ड का इस्तेमाल करने की फ्रीक्वेंसी भी इसमें शामिल होती है।

यदि आपने पहले से कोई कार्ड इस्तेमाल किया है और उसका समय पर भुगतान किया है, तो आपके लिए उच्च सीमा वाले कार्ड मिलने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं नए कार्डधारकों को बैंक शुरुआती तौर पर सीमित लिमिट देता है, जो समय के साथ बढ़ाई जा सकती है।


कैसे तय करें अपने लिए सही कार्ड और लिमिट


सही कार्ड चुनते समय सिर्फ लिमिट नहीं, बल्कि उससे जुड़े ऑफर्स, रिवॉर्ड प्वॉइंट्स, ब्याज दर, चार्ज और शर्तों को भी ध्यान में रखना चाहिए। कुछ कार्ड शॉपिंग के लिए बेहतर होते हैं, कुछ ट्रैवल के लिए और कुछ पर कैशबैक की सुविधा होती है।

यदि आप सिर्फ खर्च के लिए नहीं, बल्कि फाइनेंशियल प्लानिंग के टूल के तौर पर कार्ड इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो संतुलित लिमिट वाला कार्ड बेहतर रहेगा।


फाइनेंशियल लाइफ बेहतर


क्रेडिट कार्ड एक ऐसा टूल है जो आपके फाइनेंशियल लाइफ को बेहतर बना सकता है, बशर्ते आप उसे समझदारी से इस्तेमाल करें। इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी इनकम, खर्च और भुगतान क्षमता का आकलन करके अपने लिए सही क्रेडिट लिमिट चुनें।

न ज्यादा, न कम—बस उतना ही जितना आपके बजट में फिट बैठे। तभी आप क्रेडिट स्कोर भी बेहतर रख पाएंगे और बिना तनाव के जरूरतों को पूरा कर पाएंगे।